दिमाग की बीमारी के लक्षण कैसे समझ सकते हैं ? जानिए विस्तार से

bholanath biswas
0


health tips

दिमाग की बीमारी के लक्षण कैसे समझ सकते हैं ? 


दिमाग की बीमारी कैसे समझे उसका लक्षण क्या है जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए नमस्कार मित्रों हमारी वेबसाइट में आपका स्वागत है ।वैसे तो इंसान के लिए हर एक बीमारी ही खतरनाक होता है लेकिन दिमाग की बीमारी अगर किसी के साथ होने लगा तो जल्द से जल्द किसी डॉक्टर से इलाज कराना बहुत जरूरी है क्योंकि दिमाग की बीमारी बहुत प्रकार के होते हैं  इंसान के भीतर कई तरह के बीमारियां हैं जो हर एक भाषा में उसका नाम दिया गया है । और उसका इलाज भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं । तो कुछ बीमारी का नाम ऐसे होते हैं कि हमारे समझ के बाहर है लेकिन उसे समझना हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है ।


सिजोफ्रेनिया यह एक बीमारी का नाम है और यह जटिल भाषा जो हमारे मुंह से निकलने के लिए भी लड़खड़ाते हैं। और इसका हिंदी का अर्थ यह है कि मानसिक बीमारी है जिससे लोग दिमाग की बीमारी भी कहते हैं । 


मानसिक या दिमाग की बीमारी क्या है 


 मानसिक बीमारी उन लोगों के अंदर में होते हैं जो बाहरी और अंदर में कुछ नहीं समझ में आती हैं । उन्हें ना समाज में चलने की ढंग पता है और ना ही कुछ लिखने पढ़ने की दिलचस्पी रखते हैं । आप उसे पूरी तरह पागल भी नहीं कहे सकते हैं। क्योंकि पागल का कुछ और लक्षण दिखाई देते हैं । मानसिकता बीमारी वह होता है जो आप जो कुछ भी काम करते हैं उसे समझ नहीं पाएंगे । आप क्या करना चाहते हैं उसका कोई लक्ष नहीं होता है ।

जो लोग मानसिक बीमारी है वह हमेशा कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं । लेकिन उनका सोच कोई काम का नहीं होता है। बिना मतलब का इधर उधर देखते रहेंगे। बिना मतलब का बातें करेंगे जो उनका बात पर दम नहीं है । मानसिक बीमारी लोगों के अंदर बातें कम होते हैं । क्योंकि उनका सोच ही कुछ अलग प्रकार के हैं जिसके कारण कोई चीज से डेवलप्ड नहीं कर पाते हैं । 

अगर किसी व्यक्ति के दिमाग की बीमारी है तो उसका लक्षण कैसे समझें 


व्यक्ति के दिमाग की बीमारी होने से हमेशा अकेले रहने की पसंद करेंगे । दिमाग की बीमारी व्यक्ति का याददाश्त कमजोर होने लगेंगे समय-समय पर खुद को पहचानने में इंकार कर देंगे दूसरे को भी पहचानने से इंकार करेंगे । दिमाग की बीमारी वाले लोग व्यक्तित्व में बदलाव आने लगेंगे, दौरे पड़ना, और फड़कन,अचानक गुस्सा करना  ।


खुद को ऐसे अनुभव भी हो सकता है:


बुद्धि संबंधी: चेतना का बदला हुआ स्तर, एकाग्रता का अभाव, गतिविधि में धीमापन, ठीक से बोलने और समझने में परेशानीहोना एवं, भूलने की बीमारी, या अपने आप के सुध-बुध खोना ।


मांसपेशी संबंधी: तालमेल में समस्या, मांसपेशी में लयबद्ध संकुचन, लयबद्ध मांसपेशी ऐंठन, या सामान्य से ज़्यादा सजगता

पूरे शरीर में: थकान या बेहोशी होना 

कलाई मोड़ने पर हाथों का कांपना, बिना इच्छा के आंख की तेज़ हलचल, बिना बाहरी लक्षणों के साथ पड़ने वाला दौरा, लंबे समय की गहरी बेहोशी । दिमाग की बीमारी के कारणों से हो सकता है जैसे कि सही भोजन और सही समय पर नहीं करना। दिमाग पर अधिक से अधिक बुद्धि का जोर लगाना ,शराब या तंबाकू का नशा ग्रस्त होना ।

बवासीर की गारंटी की दवा

बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

20 साल पुरानी बवासीर का इलाज

केला से बवासीर का इलाज

कपूर से बवासीर का इलाज

बवासीर के लिए टेबलेट

दही से बवासीर का इलाज

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
10 Reply