जो भक्त बृहस्पति वार के दिन व्रत रखना चाहते हैं उन्हें क्या-क्या चीज का ध्यान रखना पड़ता है जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । वार के अनुसार घर में पूजा अर्चना करते हैं तो बृहस्पतिवार श्री हरि एवं माता लक्ष्मी का वार कहा जाता है । इस दिन उनका कृपा सबसे सरल तरीका से प्राप्त हो जाता है । क्योंकि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु माता लक्ष्मी का पियो दिन है । कहां गया है कि इस दिन जो भी भक्त व्रत रखेंगे उनकी मनोकामना जल्दी पूरी हो जाता है ।
हम सभी चाहते हैं भगवान की कृपा लेकिन जाने अनजाने में जो गलती हम से हो जाता है और उस गलती के कारण हमें बाद में भुगतना पड़ता है । तो मित्रों हमें जाने अनजाने में कोई ऐसी गलती नहीं करनी है जिसके परिणाम हमारे साथ कुछ बुरा हो । मित्र जो भी व्यक्ति पहली बार बृहस्पतिवार के दिन व्रत रखने जा रहे हैं उसे इस नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए ।
पहली व्रत पालन करने से शायद आपके शारीरिक में दिक्कत आ सकती है लेकिन बार-बार व्रत रखेंगे तो इसे आप आदत बना सकते हैं । व्रत रखने से पहले अपने मन को पवित्र रखिए । व्रत पालन करते समय ना तो मन में क्रोध रखना है ना ही ओंहकार और ना ही कामवासना के लोभ, इन सब चीजों से दूर रहना है अगर आपके मन पवित्र हैं तो बहुत ही जल्दी श्रीहरि माता के प्राप्त हो जाएगा ।
तो मित्र चलिए जानते हैं गुरुवार के दिन
व्रत के क्या-क्या नियम पालन करना पड़ता है ।
केले का सेवन है वर्जित है ।
अगर आप गुरुवार के दिन भगवान विष्णु माता लक्ष्मी देवी के लिए व्रत रखे हैं तो उस दिन केले का सेवन भुल से भी न करें. हिंदू धर्म के अनुसार केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है. इसलिए गुरुवार के दिन केले के पेड़ पर जल अर्पित करें.
पीली चीजों का दान करें।
मान्यता है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने के बाद गुड़, पीला कपड़ा, चने की दाल और केला भगवान को अर्पित करने के बाद गरीबों में दान दे दें. कहते हैं इससे भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनी रहती है. और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
चावल या खिचड़ी भूलकर न खाएं ।
गुरुवार के दिन दिन पीला भोजन ही ग्रहण करें. कहते हैं इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इस दिन भूलकर भी काली दाल की खिचड़ी और चावल का सेवन न करें. मान्यता है कि इस दिन चावल खाने सेअर्थव्यवस्था बिगड़ जाता है. पूजा के दौरान भगवान विष्णु को चावल की जगह तिल अर्पित अवश्य करें.
इस दिन गाय को रोटी खिलाएं ।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार गाय में कई करोड़ देवी-देवताओं का वास होता.इसलिए शास्त्रों के अनुसार गुरुवार के दिन गाय को रोटी और गुड़ खिलाने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में खुशियां आती हैं.
गुरुवार के दिन अगर आप व्रत पालन कर रहे हैं तो शास्त्र के अनुसार दूध पी सकते हैं लेकिन खाली पेट में दूध पीने से आपका शरीर में समस्या दिखाई दे सकता है इसलिए कम मात्रा में आप दूध पिए
बाल और नाखून को बिल्कुल ना काटें ।
मान्यता है कि गुरुवार के दिन नाखून और बाल काटने से कुंडली में मौजूद गुरू कमजोर होता है. वहीं, इससे धन का हानि भी होती है शारीरिक परिस्थिति बिगड़ सकते हैं । हिंदू शास्त्र के अनुसार इस दिन महिला को अपने सर के बाल एवं कपड़ा भी धोना मना है ऐसे करने से उस महिला को कलंकित होना पड़ सकता है ।
प्रिय मित्रों गुरुवार के पहले दिन यानी बुधवार के दिन शाकाहारी भोजन करें और इस दिन शारीरिक संबंध कभी ना बनाएं । गुरुवार के दिन श्री हरि का नाम सदैव जाप करते रहेंगे । प्रिय मित्रों यदि आप व्रत रखना चाहते हैं तो पोष महीना के प्रथम गुरुवार से शुरू करें । इस दिन से लेकर 16 गुरुवार तक व्रत रखें आपके मनोकामना पूरी हो जाएगी ।